नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा- 'प्रदेश सरकार के अधिकारी प्रोटोकॉल फॉलो नहीं कर रहे है, केंद्रीय मंत्री के दौरे से पीडब्ल्यूडी प्रिंसिपल सेक्रेटरी नदारद रहना बड़ी लापरवाही'
- By Arun --
- Wednesday, 02 Aug, 2023

Leader of Opposition Jairam Thakur said – State government officials are not following the protocol;
शिमला:नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार के अधिकारी प्रोटोकॉल फॉलो नहीं कर रहे है। केंद्रीय मंत्री के दौरे से पीडब्ल्यूडी प्रिंसिपल सेक्रेटरी नदारद रहना बड़ी लापरवाही है। प्रोटोकॉल के मुताबिक उन्हें केंद्रीय मंत्री के दौरे में मौजूद रहना था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ सीएम सुखविंदर सिंह को बार-बार फोन कर प्रिंसिपल सेक्रेटरी से जानकारी लेनी पड़ रही थी। सीएम या मंत्री हो ना हो पर अफसरों को इस मौके पर उपस्थित होना अनिवार्य है, क्योंकि सही मायने में कितना नुकसान हुआ है यह अफसर ही केंद्र मंत्री के समक्ष रख सकते हैं।उन्होंने इस घटनाक्रम को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया।
सुक्खू सरकार की कार्यप्रणाली सही नहीं है
मीडिया से बातचीत के दौरान जयराम ठाकुर ने कहा कि सुक्खू सरकार की कार्यप्रणाली सही नहीं है। उन्होंने कहा केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने प्रदेश में बरसात से हुए नुकसान का जायजा लेने के बाद सड़कों की मरम्मत के लिए 400 करोड़ रुपये देने की घोषणा की यह ऐतिहासिक है । उन्होंने कहा कि इस राशि से फोरलेन, नेशनल हाईवे और तटीकरण का काम होगा। प्रदेश को यह राशि सेतु भारतम परियोजना और सेंट्रल रोड फंड (सीआरएफ) के तहत दी जा रही है। केंद्र सरकार प्रदेश में 12,000 करोड़ खर्चकर 68 टनलों का निर्माण कर रही है। 11 टनल 15 किलोमीटर लंबाई की बन चुकी हैं। 27 टनलों का निर्माण हो रहा है और 30 का निर्माण होना है।
राम सुभग सिंह को दिए गए सेवा विस्तार पर पर भी सवाल
इसके अलावा पूर्व सीएम जयराम ठाकुर आईएएस अधिकारी राम सुभग सिंह को दिए गए सेवा विस्तार पर पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि विपक्ष में रहते हुए सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सदन में बड़ी-बड़ी बातें कही थी। अब उन्हें जवाब देना चाहिए कि आखिर किस दबाव में उन्होंने राम सुभग एक्सटेंशन दी है। एक नहीं अनेक अधिकारी है जिनके कामकाज पर प्रश्नचिन्ह लगे हैं। अब कांग्रेस की व्यवस्थाओं पर भी सवाल उठ रहे हैं।